हर्ष कुमार की कविताएं
यह मेरी कविताओं का छोटा संग्रह है। अपने विचार जरूर व्यक्त करें मुझे प्रसन्नता होगी।
शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2008
जंगल में पेड़
जंगल में पेड़ों को देखो
शहरों में लोगों को देखो
जो सीधे साधे होते हैं
पहले कटे जाते हैं।
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