हर्ष कुमार की कविताएं
यह मेरी कविताओं का छोटा संग्रह है। अपने विचार जरूर व्यक्त करें मुझे प्रसन्नता होगी।
गुरुवार, 29 नवंबर 2018
बच्चों से जंग
बच्चों
से
छिड़ी
जंग
भी
अजब
एक
जंग
है
जीतने
में
वो
मज़ा
कहां
जो
हारने
में
है।
अथवा
बच्चों
से
जंग
भी
अजब
एक
जंग
है
जीतने
में
मज़ा
नहीं
वो
जो
हारने
में
है।
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