क्यों पूछा तुमने मुझसे –
क्या प्यार मुझे है तुमसे?
उठते – बैठते छवि तुम्हारी
आँखों में रहती है मेरे
तुम मेरी सांसों में हो
मेरे प्राणों में बसती हो
नहीं पता क्या तुमको ?
कितना प्यार मुझे है तुमसे?
फिर मुझसे क्यों पूछा तुमने –
क्या प्यार मुझे है तुमसे?
क्या प्यार मुझे है तुमसे?
उठते – बैठते छवि तुम्हारी
आँखों में रहती है मेरे
तुम मेरी सांसों में हो
मेरे प्राणों में बसती हो
नहीं पता क्या तुमको ?
कितना प्यार मुझे है तुमसे?
फिर मुझसे क्यों पूछा तुमने –
क्या प्यार मुझे है तुमसे?
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