एकाग्र चित्त,
ध्यान मग्न
अपने काम में लीन है
हर रोज़ व्यस्त रहती है
सुबह से शाम तक
झाड़ू, पोछा, बर्तन
बच्चों की देखभाल
सब पूरे ध्यान से।
क्या करे?
परिस्थितियाँ विषम हैं
जिम्मेदारी अधिक है
अनुभव सात साल का है
उम्र बारह साल की है।
ध्यान मग्न
अपने काम में लीन है
हर रोज़ व्यस्त रहती है
सुबह से शाम तक
झाड़ू, पोछा, बर्तन
बच्चों की देखभाल
सब पूरे ध्यान से।
क्या करे?
परिस्थितियाँ विषम हैं
जिम्मेदारी अधिक है
अनुभव सात साल का है
उम्र बारह साल की है।
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