मंगलवार, 22 जनवरी 2019

फुटकर

दर्द मिन्नत कशे दवा हो गया
कैंसर हुआ था दवा हो गया

दर्द हो तो मुकम्मल इलाज भी होना चाहिये
हर एक दर्द हद से गुजर कर दवा नहीं होता



  • ऊपर के दोनों मिर्ज़ा ग़लिब से माफ़ी माफ़ी मांग कर 
  •  

  • कैंसर जब भी आयेगा साथ दर्द भी लायेगा
    प्यार से सहलाओगे  तो दूर भाग वो जायेगा.


    कैंसर का दर्द है तो क्या हुआ
    प्यार से सहलाया तो हवा हुआ

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