गुरुवार, 2 जनवरी 2025

नया साल


तुम भी एक विचित्र जीव हो

पूछ रहे मुझसे तुम अब

नये साल में नया है क्या


समझ मुझे पर नहीं है आता

क्यों देख नहीं पाते हो तुम

नये साल में नया है क्या


नया साल है

नयी लहर है

नयी तरंगें

नयी उमंगें

नया तरीका 

नया रंग है

नया ढ़ंग है

नयी दिशा है

नयी सोच है

नया विचार है

नयी योजना

नयी सुबह है

नयी हवा है


लोग पुराने हो सकते हैं

पर सोच नयी है 

नया सवेरा


तुम भी अब करबट बदलो

आँखें खोलो चश्मा बदलो

देखो आया - नया साल है

नया साल है

नया साल है

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