शुक्रवार, 23 सितंबर 2011

क्यों पूछा तुमने मुझसे

क्यों पूछा तुमने मुझसे –
क्या प्यार मुझे है तुमसे?


उठते – बैठते छवि तुम्हारी
आखों में रहती है मेरे
तुम मेरी सांसों में हो
मेरे प्राणों में बसती हो
नहीं पता क्या तुमको ?
कितना प्यार मुझे है तुमसे?

फिर मुझसे क्यों पूछा तुमने –
क्या प्यार मुझे है तुमसे?

3 टिप्‍पणियां:

सीमा स्‍मृति ने कहा…

अजीब मानस्किता रहती है होगी पूछने से लगता होगा कि अपने अन्‍दर छिपा डर शायद लुप्‍त हो जाएगा । जो देने से डरते हैं वही प्राय: खोने के डर में जीया करते हैं

manisha kesan ने कहा…
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manisha kesan ने कहा…

मन की चंचलता पूछने को मजबूर कर देती है क्योंकि वो और भी बहुत कुछ चाहती है

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