हर्ष कुमार की कविताएं
यह मेरी कविताओं का छोटा संग्रह है। अपने विचार जरूर व्यक्त करें मुझे प्रसन्नता होगी।
सोमवार, 7 जनवरी 2019
हक़ीक़त के अफ़साने
आपकी
फ़ितरत
ही
कुछ
ऐसी
है,
कि
आप
चाहे
भी
जहाँ
होंगे
।
हक़ीक़त
में
जो
किया
था
आपने,
वो
सब
अफ़सानों
में
बयां
होंगे
।
।
दत्ता सर को समर्पित।
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ