कौन है ये
नटखट, शरारती
भोली नादान
ख़ुशियाँ बिखेरती
मेरे आँगन में घूमती
ये लेकर भागी वहाँ
वो ले गयी वहाँ
घर अस्त व्यस्त किया
सब उलट पलट किया
बटोरा दिया एक ओर
गोल सुन्दर चेहरा
बड़ी-बड़ी आँखें
अपने दादा सी दिखती
दादागिरी करती सब ओर
अनिच्छा से नहीं आई
हमारी प्रार्थना का फल है
नाम क्या है इसका?
अनिक्षा नाम है इसका
घर ख़ुशियों से भरा है इसने
यह अनिक्षा है